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Online Professional Training and Development Program on the topic "Cyber ??Security and Safety Measures and Teaching Learning Tools" Organized by Commerce and Computer Science Department
Posted on 04/05/2024
सावधानी, सतर्कता और ज्ञान ही है साइबर फ्रॉड से बचने का उपाय: डॉ सुनील वर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर, गुरु जंबेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार
डिजिटल जीवन को प्रबंध करने में एक छोटी सी चूक साइबर अपराधियों के लिए खोल सकती है द्वार:- प्राचार्य डॉ रमेश आर्य
दिनांक 29 अप्रैल 2024 को राजकीय महिला महाविद्यालय, हिसार की वाणिज्य विभाग और कंप्यूटर विज्ञान विभाग और राजकीय महाविद्यालय, बरवाला के वाणिज्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ऑनलाइन प्रोफेशनल ट्रेंनिंग एंड डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसका शीर्षक “साइबर सिक्योरिटी एंड सेफ्टी मेजर्स एंड टीचिंग लर्निंग टूल्स” रहा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ सुनील वर्मा रहे । डॉ सुनील वर्मा गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार के कंप्यूटर साइंस व इंजीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर हैं। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रो सतीश सिंगला ने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रमेश आर्य, मुख्य वक्ता डॉक्टर सुनील वर्मा व सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। प्राचार्य डॉ रमेश आर्य ने बताया कि उन्नत तकनीक ने आधुनिक जीवन शैली को बदल दिया है । इंटरनेट हमें कई लाभ प्रदान करता है। आज के इस आधुनिक तकनीकी युग में जहां इंटरनेट हमारे जीवन को आसान बना रहा है लेकिन साथ-साथ हमें तकनीकी समस्याओं और चैलेंज का सामना करना पड़ रहा है। साइबर सिक्योरिटी एक ज्वलंत मुद्दा है जो समाज के प्रत्येक वर्ग को सीधे तौर पर प्रभावित करता है। हमारे डिजिटल जीवन को प्रबंध करने में एक छोटी सी चूक साइबर अपराधियों के लिए द्वार खोल सकते हैं । साइबर अपराधी हमारा पैसा चुरा सकते हैं या हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इसलिए, हमें सतर्क रहना और सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार को प्राथमिकता देनी चाहिए। डॉ आर्य ने आगे बताया कि अपने डिजिटल उपकरणों को सुरक्षित रखना, अद्वितीय और मजबूत पासवर्ड का उपयोग करना, व्यवसायिक और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा का ध्यान रखना और एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग करना अहम है। सुरक्षा के बिना डिजिटल जीवन पर कठिनाई आ सकती है, इसलिए सावधान रहना हमारी जिम्मेदारी है। तत्पश्चात् मुख्य वक्ता डॉ सुनील ने अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान सभी प्रोफेसर्स एवं छात्र-छात्राओं को साइबर सिक्योरिटी व उसके प्रकारों के बारे में अवगत कराया । अपने वक्तव्य में उन्होंने बताया कि किस तरह से हम थोड़ी सी जागरूकता से साइबर फ्रॉड का शिकार होने से बच सकते हैंI डॉक्टर सुनील वर्मा ने आगे कहा कि सतर्कता और ज्ञान ही साइबर फ्रॉड से बचने का उपाय है। आज से तकनीकी दौर में साइबर सिक्योरिटी बड़ों के लिए नहीं अपितु बच्चों के लिए भी उतनी ही जरूरी है। अपने वक्तव्य में डॉक्टर सुनील वर्मा ने सोशल इंजीनियरिंग में चल रहे फ्रॉड, यूपीआई फ्रॉड, साइबर स्टॉकिंग, आइडेंटी थ्रेटस, स्कैमर्स रोबो कॉल्स और हरासमेंट जैसे मुद्दों पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।इस कार्यशाला में हरियाणा के राजकीय व प्राइवेट महाविद्यालयों के 500 से ज्यादा प्राध्यापकों व छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन किया और लगभग 150 प्राध्यापकों व छात्र-छात्राओं ने इसमें भाग लिया । अंत में राजकीय महिला महाविद्यालय, हिसार के एसोसिएट प्रोफेसर श्री अमित बंसल ने मुख्य वक्ता डॉ सुनील वर्मा, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर रमेश आर्य और सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए इस कार्यशाला का समापन किया।
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